" उम्मीद "
' उम्मीद ' -'किसी वस्तु, विचार,भाव आदि को भविष्य मे पाने या दृष्टिगोचर होने को उम्मीद कहते हैं ।'
इससे मस्तिष्क ऊर्जावान होता है।
उम्मीदों से अंधेरों में भी ,
उजाले नजर आते हैं.
उम्मीद रखने वाले अकेले हो कर भी
खुद में संवर जाते हैं .
रुखसत होते हैं दुख उनसे ,
वे खुशियों के गीत गाते हैं .
गमों से अनजान होते हैं वो,
परिस्थितियों से जूझ जाते हैं .
आकांछाओं से हार कर के भी ,
वे उनसे सीख जाते हैं .
हार-जीत ,प्रशंसा -आलोचना
कुछ भी मिले उनको,
वे फिर भी मुस्कुराते हैं....
SO PLEASE BE POSITIVE & HOPEFUL AT EVERY STEP Of LIFE....
Fantastic post ..!!!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद , आनंद जी ।
हटाएंVery nice post
जवाब देंहटाएंVery nice post
जवाब देंहटाएंआपका आभार ,
हटाएंवर्मा जी ।